माैसम का बदलता तेवर आपके स्वास्थ्य के लिए समस्या खड़ी कर सकता है। ज्यादातर बारिश की मौसम में रक्षात्मक प्रणाली (immunity system) कमजोर होने लगती है। इस मौसम में सबसे ज्यादा सुनने को मिलनेवाला शब्द है - वायरल फीवर । वायरल फीवर से लड़ने के लिए उसके बारे में थोड़ा जान लेते है। Photo by Fusion Medical Animation on Unsplash वायरल फीवर :- 🤧🥴🤒 👉 बुखार की एसी स्थिति जिसका कारण वायरल संक्रमण का समूह है। 👉 आंखो में जलन, सिरदर्द, शरीर में दर्द, कभी कभी पेट में परेशानी ,उल्टी जैसे लक्षण। परंतु प्रमुख लक्षण तेज बुखार । 👉 तेज बुखार का अर्थ है कि शरीर में चल रही रक्षा प्रणाली और संक्रमणों के बीच की लड़ाई। 👉 39 °C ( सेल्सियस) से ज्यादा तापमान का मतलब है कि अब समय आ गया है कि आपको स्वास्थ्य चिकित्सक के पास जाकर जरूरी इलाज करवाना है। कुछ अनमोल औषधियों को अपने जीवन में अपनाकर आप खुद को और अपने परिवार को वायरल फीवर से बचा सकते है। (1)दालचीनी (Cinnamon)- दालचीनी कुदरती एंटीबायोटिक तत्व से भरपूर है। गले की खाराश की समस्या में दालचीनी राहत पहुंचा
मुखवास में खाए जानेवाली साधारण सी चीज - अलसी । जिसके फायदे जान आप हो जायेगे हैरान। ( Health benefits of flax seeds .!!!!)
भोजन करने के बाद मुखवास खाना एक रोजाना आदत है। कुछ लोग मुखवास में सौंफ ( वरियाली),धनिया के की दाल( धाना दाल ) या अलसी के बीजों को खाते है। जिनमे अलसी के बीजों से हमारे शरीर को कई सारे फायदे होते है। आइए जानते है कि क्या फायदे है अलसी के बीजों के ! 1) कोलेस्ट्रोल समस्या में फायदेमंद - अलसी में ओमेगा 3, फेटी एसिड, फायबर ,मिनरल्स, विटामिन इत्यादि पाए जाते है।अलसी कॉलेस्ट्रॉल स्तर को नीचा लाने में मददगार साबित होती है । अलसी का रोजाना सेवन स्वास्थ्य हानिकारक कोलेस्ट्रोल Low Density Lipoprotein ( LDL ) को कम करने में मदद करती है । 2) वजन बढने की समस्या में लाभकारी - अलसी पर हुए रिसर्च में पाया गया है की अगर आप लगातार 3 माह तक रोजाना 30ग्राम अलसी को आहार में शामिल करते है , तो वजन कम करने में अलसी मदद करता है। अलसी में डायटरी फायबार (27.30 g in 100g अलसी ) होता है । जो आपके मेटाबॉलिज्म को मदद करेगा । और प्रोटीन आपको जल्दी भूख लगने नही देता ।जिससे आपके वजन बढ़ने की समस्या से छुटकारा मिलता है। 4) ब्लड प्रेशर की समस्या में