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दौड़ने से आपको हो सकते है कई सारे नुकसान । कैसे ? आइए जानते है।( Running can cause you many damages. Let's know about it)

                    स्वास्थ्य का ध्यान रखना एक बहुत ही अच्छी आदत है। स्वास्थ्य के लिए नियमित कसरत करना जरूरी  होता  है । हफ्ते में कम से कम  150 मिनटो  तक कसरत  करना  हमारे शरीर को कई सारे लाभ पहुंचाता है।  अगर  तीव्र गतिविधि वाली क्रियाएं जैसे की   दौड़ना, तैरना, सीढियों पर चढ़ना, मार्शल आर्टस इत्यादि हफ्ते में 75 मिनटो तक करते है, तो मध्यम गतिविधि वाली कसरत  के बराबर  फायदा पहुंचाती है।


                 तीव्र गतिविधि वाली  स्वास्थ्यवर्धक क्रिया है -   दौड़ना।  ज्यादातर लोग नियमित रुप से  दौड़ना पसंद करते है । रोजाना  20 - 30 मिनटो तक दौड़ने से आपकी  शारीरिक एवं मानसिक सतर्कता बढ़ती है ।  यह  आदत आपको दिल की बीमारी से बचाती है।  बेहतर नींद की क्षमता भी बढाती है।   मगर कई बार ज्यादा से ज्यादा दौड़ने से शरीर को बहुत फायदा  मिलेगा  ऐसा हम मान लेते है।  आइए जानते है कि   ज्यादा दौड़ने से आपको फायदा होगा या नुकसान ?

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                    कसरत या गतिविधि की क्रियाएं आपके  शरीर की चयापचय की  स्थिति में सुधार कर भूख  बढ़ाती है । परंतु ज्यादा दौड़ाना इससे उलटी स्थिति पैदा कर सकता है ।  मेरा मतलब यह है कि  ज्यादा दौड़ाना आपके शरीर को थकावट की अवस्था में ले जाकर आपके भूख को दबा देता है।  आपको भूख  नहीं  लगती और आप खाना कम कर देते है । जिससे शरीर को  श्रम के अनुरूप पर्याप्त  पोषण नही मिल पाता ।  जिसका नुकसान आपके  शरीर को भुगतना पड़ता है।

               अगर आप ठोस सतह पर काफी देर तक दौड़ते रहते है। तो आपके  पैरों की मांस पेशियों पर तनाव बढ़ता जाता है। 
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    ज्यादा दौड़ने से  फूट स्ट्राइक  हेमोलाईसीस  (foot strike hemolysis)  की समस्या हो सकती है। फूट स्ट्राइक  हेमोलाईसीस लाल रक्त कोशिकाओं के असामान्य रूप से टूटने की समस्या है। यह आपके जोड़ों के साथ जांध,कूल्हे और पिंडली  की मांस पेशियों के दर्द का कारण बन सकता है। अगर आप दौड़ने के समय पैरो की मांस पेशियों  या खास कर एडी में में दर्द महसूस हो ,तो  इसे हल्के में मत ले  ।अत्याधिक दौड़ने  की आदत से  हृदय के  टिश्यू मोटे हो सकते है। जिससे फाइब्रोसिस (fibrosis)या  निशान पड़ सकते है।  हृदय की धड़कन अनियमित हो सकती है।

                      इसके अलावा  ज्यादा दौड़ना आपके  बारबार मुड़  बदलने की समस्या ( mood swings)   का कारण हो सकती है।   दौड़ने से शरीर में एंडोर्फिन  ( endorphin) बढ़ने लगता है । 
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                            वैसे तो यह हार्मोन तब पैदा होता है जब शरीर में दर्द  या तनाव पैदा होता है । पर  अत्याधिक दौड़ने की वजह से थकान और नींद को बढ़ा सकता है ।  और हार्मोन का असंतुलन  मुड़ स्विंगस पैदा कर सकता है। जिससे चिड़चिड़ापन ,गुस्सा या अन्य  लक्षण  आपके मुड़ में दिख सकते है।

                     इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में  सही प्रोटीन और लवणयुक्त (मिनरल्स)  भोजन आपको लेना चाहिए । वरना आपके शरीर की कोशिकाओ को फायदे के बदले नुकसान ही होगा।  अगर आप अस्थमा के मरीज है तो दौड़ना आपके लिए घातक साबित हो सकता है ।  आप दुबले पतले है तो ज्यादा दौड़ने के बजाय  सामान्य तरीके से चलना काफी सही रहेगा।   इसके साथ सही तरीके से दौड़ना और दौड़ते समय उचित पोशाक और जूता का चयन करे जो  दौड़ते समय आपके लिए अनुकूल रहे।

                    इस  जानकारी का मतलब  यह नही है  कि आप दौड़ने की  अच्छी आदत को छोड़ दे।   हमे अपने शरीर  को समझकर दौड़ने की सही आदत अपनानी चाहिए।  हर व्यक्ति का शरीर भिन्न तरीके से बरताव करता है । इसलिए  ज्यादा किलोमीटर दौड़ाना किसी किसी के  लिए सही हो परंतु सबके लिए नही।  एक बात यह की शरुआत में धीरे धीरे अपनी दौड़ने  की क्षमता  में हप्ते दर हफ्ते सुधार करते जाए ।  ज्यादा दौड़ने के बजाय आप दिन में आप 1 से 2  किलोमीटर जल्दी  से चलने की आदत आपनाएगे या थोड़ा बहुत दौड़ाना जारी रखेंगे तो भी आप स्वस्थ रहोगे।

           आपके  स्वास्थ्य से  जुड़ी अन्य जानकारी के साथ  फिर मुलाकात होगी आपके अपने  ब्लॉग  https://top-7-for-you.blogspot.com पर  ।  तब तक के लिए " सही आदत अपनाए, स्वस्थ रहे और  मस्त रहे"।🙏

Tags :- health, running,  side effects of excessive running,  ज्यादा दौड़ने के नुकसान, health blog in hindi


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