वायरल फीवर से परिवार की करे रक्षा। कैसे? आइए जानते है ।।(Protect our family from the viral fever ! )
माैसम का बदलता तेवर आपके स्वास्थ्य के लिए समस्या खड़ी कर सकता है। ज्यादातर बारिश की मौसम में रक्षात्मक प्रणाली (immunity system) कमजोर होने लगती है। इस मौसम में सबसे ज्यादा सुनने को मिलनेवाला शब्द है - वायरल फीवर । वायरल फीवर से लड़ने के लिए उसके बारे में थोड़ा जान लेते है।
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👉 बुखार की एसी स्थिति जिसका कारण वायरल संक्रमण का समूह है।
👉 आंखो में जलन, सिरदर्द, शरीर में दर्द, कभी कभी पेट में परेशानी ,उल्टी जैसे लक्षण। परंतु प्रमुख लक्षण तेज बुखार ।
👉 तेज बुखार का अर्थ है कि शरीर में चल रही रक्षा प्रणाली और संक्रमणों के बीच की लड़ाई।
👉 39 °C ( सेल्सियस) से ज्यादा तापमान का मतलब है कि अब समय आ गया है कि आपको स्वास्थ्य चिकित्सक के पास जाकर जरूरी इलाज करवाना है।
कुछ अनमोल औषधियों को अपने जीवन में अपनाकर आप खुद को और अपने परिवार को वायरल फीवर से बचा सकते है।
(1)दालचीनी (Cinnamon)-
दालचीनी कुदरती एंटीबायोटिक तत्व से भरपूर है। गले की खाराश की समस्या में दालचीनी राहत पहुंचाता है।
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दालचीनी बुखार ,शरदी और जुकाम की समस्या में आराम पहुंचता है। आप 1 इंच दालचीनी को कप पानी में 10मिनट तक उबालें ।जिससे बनने वाला काढ़ा आप छानकर हल्का गरम पी सकते है। आप इस काढ़े में शहद भी डाल कर पी सकते है। जो आपके शरीर के तापमान नियंत्रण में सहायक होता है। आप हफ्ते में अपनी आवश्यकता अनुसार सेवन कर सकते है।
(2) तुलसी ( Basil) :-
तुलसी हमारे शरीर के रक्षात्मक कवच को मजबूत बनाता है।
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तुलसी के बारे में अनेक रिसर्च हो चुके है। जिसमे तुलसी के अंदर पाए विटामिन C और जिंक पाया जाता है। यह तत्व आपकी कुदरती रक्षात्मक प्रणाली (natural immunity system) को मजबूती प्रदान करता है।
इसके अलावा तुलसी में एंटी बेक्टेरियल और एंटी वायरल प्रॉपर्टी होते है जो संक्रमण ( infection) से लड़ने मे आपको मदद करता है। 10 -15 तुलसी के पत्तो को आधे लीटर पानी में इलायची के पाउडर के साथ उबालकर पी सकते है। जो आपके बुखार में राहत पहुंचाता है।
(3) हल्दी ( Turmeric)-
हल्दी में प्राथमिक करक्यूमिनोईड कंपाउंड ( primary Curcuminoid compound) होता है।ज्यादातर लोगों को यह पता नही होता की हल्दी न सिर्फ एंटी फंगल और एंटी फंगल है बल्कि उसके साथ साथ एंटी वायरल कंपाउंड भी है।
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एक मध्यम चमच हल्दी को पानी में डालकर उबालें । तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। अब उसे दूध में मिलाकर थोड़ा उबालकर पी सकते है। हल्दीवाला दूध आपकी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है।अब तो विदेशो में भी हल्दी का ड्रिंक "turmeric latte " धूम मचा रहा है।
(4) सौंठ (Dry ginger) -
अधरक का सुखा रूप सौंठ कहलाता है। सौंठ में फायबर ,सोडियम , जिंक,आयरन, कैल्शियम जैसे तत्वों पाए जाते है।
शरदी - जुकाम और ठंड लगने की अवस्था में सौंठ का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।
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शरदी - जुकाम और ठंड लगने की अवस्था में सौंठ का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।
वायरल इन्फेक्शन की अवस्था में सौंठ डालकर उबालकर बनाया पानी दिनभर पीने से राहत मिलती है ।
अगर आप बारिश के मौसम में रोजाना सौंठ डालकर बनाया गरम पानी को दिनभर इस्तेमाल करते है तो कई बीमारियों से बचे रहेंगे।
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आपके शरीर इसलिए रोगों से बचाने के लिए बदलते मौसम में अपने आहार में रक्षात्मक प्रणाली मजबूत करनेवाले फल ,सब्जी और घरेलू औषधियों को आहार शामिल कर आप खुद को और अपने परिवार को वायरल फीवर से बचा सकते है।
सबसे बेहतर उपाय यह है कि अपनी दिनचर्या और आहार को ही अपनी ताकत बनाकर आनेवाले रोगों से लड़ने के लिए शरीर को मजबूती प्रदान करे।
दालचीनी( Cinnamon) ,तुलसी(Basil) ,हल्दी ( Turmeric) और सोंठ (Dry ginger) इत्यादि औषधियां प्रकृति की अनमोल देन है। अपने जीवन में संतुलित तरीके से अपनाए । स्वस्थ रहे । आपके अपने ब्लॉग https://top-7-for-you.blogspot.com में जिसमे हम आपके स्वास्थ्य के लिए जानकारी देते है और आगे भी देते रहेंगे। "आप स्वस्थ रहे, यही मंगलकामना के साथ 🙏" ।।
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